Facts About पारद शिवलिंग कैसे बनता है Revealed
Facts About पारद शिवलिंग कैसे बनता है Revealed
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मनः शांति: स्फटिक शिवलिंग मन को शांत करने और एकाग्रता बढ़ाने में सहायक होता है। नियमित पूजा से मानसिक स्थिरता प्राप्त होती है।
वरील पद्धतीने रोजची पूजा करू शकता पण पहिल्या दिवशी स्थापन करताना जो पहिला अभिषेक असेल तेव्हा पंचामृताने अभिषेख करावा नंतर ऐं ह्रीं श्रीं ऊं नम: शिवाय: श्रीं ह्रीं ऐं किंवा नमः शिवाय ने १०८ बेल शिव पिंडीवर अर्पित करावा त्यावर प्रत्येक वेळी बेलावर चंदन लावून हा अर्पण करावा थोडा वेळ लागला तरी चालेल.
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स्कंदमाता – ह्रीं क्लीं स्वमिन्यै नमः।।
स्फटिक शिवलिंग को स्थापित करने की विधि:
पारा इस धरती पर तरल रूप में प्राप्त होता है और पारा प्राकृतिक रूप से काफी जहरीला भी होता है।
क्या इन शिवलिंगों को खरीदते समय किसी विशेष बात का ध्यान रखना चाहिए?
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ग्रह दोष निवारण: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पारद शिवलिंग की पूजा से ग्रहों के नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है।
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- थाल या पात्र में एकत्रित जल को पौधों में डाल सकते हैं.
रोज अभिषेक करताना नमः शिवाय मंत्र म्हणावा ,
पारदेश्वर मंदीर परभणी शहरात स्थित असून परभणी पासून सर्वात जवळचे विमानतळ नांदेड येथे आहे.
It is suggested by our sages to adore and worship Parad Shivling, this guide them to become infused with remarkable valour, invincibility, adding for their fame and recognition much and huge-spreading Practically over The entire entire world. It's best advisable for Peace, prosperity and joy.